28 जुलाई 2021
टोक्यो ओलंपिक
प्रतिस्पर्धाओं का पांचवां दिन।
ओलंपिक खेल आयोजन खेलों का सबसे बड़ा मंच है जिसमें प्रतिभाग करने और पदक जीतने के लिए खिलाड़ी दिन रात हाड़तोड़ परिश्रम करते हैं। उनके परिश्रम के पीछे एक ही मोटिवेशन होता है ओलंपिक में एक पदक जीतने का सपना। इतने सारे प्रतिभागियों में कुछ के सपने पूरे होते हैं बाकी के टूट जाते हैं। एक बहुत छोटी सी चूक भी पदक जीतने के सपने को तोड़ देती है। ऐसे में खेल प्रबंधन में अव्यवस्था,खेल अधिकारियों की मनमानी,प्रशिक्षकों तथा खिलाड़ियों के बीच मनमुटाव व मतभेद और इन सब से ऊपर उनके अहम,उनकी ईगो,खिलाड़ियों और उनके प्रदर्शन पर कैसा असर डाल सकते हैं,इसे सहज ही समझा जा सकता है। फिलहाल भारत का 127 खिलाड़ियों का दल टोक्यो में प्रतिभाग कर रहा है और प्रतिस्पर्धा के पांचवे दिन तक उनकी मुट्ठी में मात्र एक रजत पदक हैं।
कल दिन की एक खराब शुरुआत हुई। महिला हॉकी टीम अपने पूल का तीसरा मैच वर्तमान चैंपियन ग्रेट ब्रिटेन के विरुद्ध खेल रही थी। ये मैच भारतीय लड़कियां 1-4 से हार गई। भारतीय महिला टीम की ये लगातार तीसरी हार थी और अब अपने पूल में वे पांचवे स्थान पर हैं। अब नॉक आउट में पहुंचना आगे के उनके दो मैच के साथ साथ बाकी टीमों के मैचों पर भी निर्भर करेगा। क्योंकि दोनों पूल से प्रथम चार स्थान पर आने वाली टीम क्वार्टर फाइनल में पहुंचेगी।
कल से तीरंदाजी की व्यक्तिगत स्पर्धाएं शुरू हुई। तरुणदीप राय ने अपने अभियान की शुरुआत जीत के साथ की। उन्होंने पहले राउंड में यूक्रेन के हनबिल ओल्सकी को 6-4 से हराया। पर अगले ही मैच में वे हार गए। प्री क्वार्टर फाइनल मैच में तरुणदीप इसराइल के इटे शैनी से शूट ऑफ में 5-6 से हार गए और पदक की दौड़ से बाहर हो गए। सबसे बड़ी उम्मीद भारतीय तीरंदाज
प्रवीण जाधव ने जगाई। उन्होंने व्यक्तिगत स्पर्धा के पहले दौर में विश्व नंबर 02 रूस के गलसन बाज़ारझपोव को सीधे सेटों में 6-0 से हरा कर दूसरे चक्र में प्रवेश किया। लेकिन ये खुशी अधिक देर नहीं टिक सकी। दूसरे चक्र में उनका मुकाबला विश्व के नंबर एक तीरंदाज अमेरिका के ब्रैडी एलीसन से था। और प्रवीण जाधव ये मुकाबला सीधे सेटों में 0-6 से हार गए। पदक की एक और उम्मीद दरक गयी। तीरंदाजी में तीसरी भारतीय प्रतिभागी दीपिका कुमारी थीं। उनका पहला मुकाबला भूटान की करमा से था। यहाँ उल्लेखनीय है कि तीरंदाजी भूटान की संस्कृति का एक महत्वपूर्ण अंग है और ये भी कि करमा भूटान के लिए किसी भी खेल में क्वालीफाई करने वाली पहली खिलाड़ी हैं। अनुभवी और विश्व नंबर एक दीपिका ने करमा को आसानी से सीधे सेटों में 6-0 से हरा दिया। दूसरे राउंड में अमेरिका की जेनिफर एम फेर्नांडीज के साथ उनका कड़ा मुकाबला हुआ जिसमें दीपिका ने 6-4 से जीत हासिल की। वे अब प्री क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई हैं और उनसे पदक की उम्मीद बरकरार है।
पदक की एक उम्मीद बैडमिंटन में भी है जिसे सिंधु मजबूती से आगे बढ़ा रही हैं। महिला एकल स्पर्धा में अपने पूल का दूसरा मैच भी सिंधु ने आसानी से जीत लिया। उन्होंने हांगकांग की चियुंग नगन यी को 21-9,21-16 से हराया। अब वे क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई हैं। लेकिन पुरुष वर्ग में आज भारत की चुनौती समाप्त हो गई। पुरुष एकल स्पर्धा में ग्रुप डी के दूसरे मैच में साई प्रणीत नीदरलैंड के एम कॉजोव से 14-21,14-21 से हार गए। ये उनकी लगातार दूसरी हार थी और अब वे प्रतियोगिता से बाहर हो गए हैं।
रोइंग की लाइटवेट डबल स्कल स्पर्धा में अर्जुन लाल और अरविंद सिंह फाइनल में पहुंचने में असफल रहे। वे सेमीफाइनल में छठे स्थान पर रहे और प्रतियोगिता से बाहर हो गए। सेलिंग की युगल स्किफ 49अर स्पर्धा में वरुण ठक्कर और के सी गणपति की जोड़ी कल पहली रेस में 18वें स्थान पर रहे थे। आज वे दूसरी रेस में 18वें स्थान पर,तीसरी रेस में 17वें स्थान पर और चौथी रेस में 19वें स्थान पर रहे।
बड़ी खबर बॉक्सिंग से भी आई। बॉक्सिंग में मिडिलवेट वर्ग में वर्तमान एशियाई चैंपियन और विश्व नंबर आठ पूजा रानी ने अल्जीरिया की 20 वर्षीय इचराक चैब को आसानी से 5-0 से हराकर अगले दौर में प्रवेश किया। जहां पुरुष वर्ग में तीनों मुक्केबाज अपने पहले दौर के मैच हार गए। वहीं महिला वर्ग में मेरी कॉम,लवलीना और पूजा तीनों ने अपने अपने मुकाबले जीत कर क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है।
अमेरिका की कैटी लेडेकी ने 1500 मीटर फ्रीस्टाइल में पहला स्वर्ण पदक जीता।
तैराकी की 4×200 मीटर फ्रीस्टाइल स्पर्धा टॉम डीन और डंकन स्काट की अगुवाई वाली ब्रिटेन की टीम ने 6 मिनट 58.58 सेकंड में जीत लिया। वे .03 सेकंड से विश्व रिकॉर्ड बनाने से चूक गए। रूस ने रजत और ऑस्ट्रेलिया ने कांस्य पदक जीता।
टेनिस में शीर्ष खिलाड़ियों के हारने का सिलसिला लगातार बना हुआ है। कल तीसरी वरीयता प्राप्त यूनान के स्टेफिनोस सितसिपास को फ्रांस के यूगो हमबेर्ट ने 6-2,6-7,6-2 से हराकर बाहर कर दिया। लेकिन गोल्डन ग्रैंड स्लैम के लिए नोवाक जोकोविच का अभियान जारी है। वे क्वार्टर फाइनल में पहुंच चुके हैं और यहां उनका मुकाबला जापान के केइ निशिकोरी से होगा।
रग्बी सेवन में फिजी ने अपना दबदबा बनाये रखा है और न्यूजीलैंड को 24-17 से हराकर अपना पिछला खिताब बरकरार रखा। इस स्पर्धा का कांस्य पदक अर्जेंटीना ने ब्रिटेन को 17-12 से हराकर जीता।
तैराकी की 100 मीटर फ्रीस्टाइल स्पर्धा में आरंभिक हीट में ऑस्ट्रेलिया की एमा मेकॉन ने 52.12 सेकंड का नया विश्व रिकॉर्ड बनाया।
चीन के शी झीयोंग ने भारोत्तोलन की 73 किलोग्राम स्पर्धा में अपने ही विश्व रिकॉर्ड को बेहतर किया। उन्होंने (स्नैच में 166 और क्लीन एंड जर्क में 198 किलो) 364 किलोग्राम भर उठाया।
और अब बात पदक तालिका की। पदक तालिका में जापान 12 स्वर्ण पदकों सहित 21 पदक जीत कर पहले स्थान पर,चीन 11 स्वर्ण कुल 25 पदक लेकर दूसरे पर और अमेरिका 10 स्वर्ण पदक सहित कुल 30 पदक जीतकर तीसरे स्थान पर है। भारत एक रजत के साथ पदक तालिका में 42वें स्थान पर पहुंच गया है।
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और हां,एक सलाम जर्मनी की महिला जिम्नास्टिक टीम को जिसने जिम्नास्टिक की पारंपरिक बिकनी ड्रेस कोड को मानने आए इनकार कर दिया है और फुल बॉडी ड्रेस पहन कर प्रतियोगिता में भाग ले रही हैं। उनका मानना है महिला खिलाड़ियों को उस ड्रेस को पहने का अधिकार होना चाहिए और वो ड्रेस पहननी चाहिए जिसमें महिला खिलाड़ी सबसे ज़्यादा कम्फ़र्टेबल महसूस करें। दरअसल जब तमाम खेलों में बाज़ार के दबाव में महिलाओं के लिए सेंसुअस ड्रेस कोड निर्धारित किये जा रहे हैं जर्मन महिला जिम्नास्ट टीम का ये कदम बहुत ही महत्वपूर्ण है।
अंत में, एक सलाम भारतीय बालाओं-पूजा रानी,पुरसला सिंधु और दीपिका कुमारी को जिनके मजबूत कंधों पर आज भारत की पदक की दावेदारी परवान चढ़ी।
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