ये कमबैक ड्रीम रन' का उदास अंत है
ज़िंदगी में कुछ ऐसे जिंक्स होते हैं जिनसे पार पा पाना बहुत मुश्किल होता है। रोजर फेडरर के लिए जुआन डेल पोत्रो को एक ऐसा ही जिंक्स माना जा सकता है जिसे तोड़ने में फेडरर एक बार फिर नाकामयाब रहे और यूएस ओपन के क्वार्टर फाइनल में फिर पोत्रो से 5-7,6-3,6 -7(8-10),4-6 से हार गए।
पोत्रो की जीत और फेडरर की हार दो मायनो में महत्वपूर्ण है।
एक,खेल इतिहास के सबसे शानदार 'कमबैक ड्रीम रन' का अंत कर पोत्रो ने फेडरर को एक बार फिर इतिहास बनाने से रोक दिया ठीक वैसे ही जैसे 2009 में किया था। पिछले साल की चोटों से उबर कर इस साल फेडरर ने शानदार वापसी की थी।फेडरर पहले ऑस्ट्रेलियन ओपन और उसके बाद विंबलडन जीत कर 36 साल की उम्र में एक साल में तीन ग्रैंड स्लैम जीतने का अविश्वसनीय इतिहास रचने की राह पर थे।वे इस हार से पहले इस साल ग्रैंड स्लैम के लगातार 18 मैच जीत चुके थे। याद कीजिए2 009 के यूएस ओपन के फाइनल को। तब एक शानदार संघर्षपूर्ण मैच में पोत्रो ने फेडरर को 3-6,7-6,4-6,7-6,6-2 से हरा कर फेडरर के यूएस ओपन के लगातार 41 मैचों की जीत के सफर को ही नहीं रोका था बल्कि ओपन एरा में लगातार छठवें खिताब को जीतने से रोक कर दुर्लभ इतिहास बनाने से भी रोक दिया था। उस साल यदि फेडरर जीत जाते तो 1969 में रॉड लेबर के बाद एक कैलेंडर ईयर में फ्रेंच,विंबलडन और यूएस जीतने और ग्रास,क्ले और हार्ड कोर्ट पर खिताब जीतने वाले पहले खिलाड़ी होते।
दो, नडाल और फेडरर के बीच संभावित ड्रीम सेमीफाइनल की संभावनाओं को समाप्त कर दिया। अगर यहाँ फेडरर जीतते तो नडाल और फेडरर यूएस ओपन में पहली बार आमने सामने होते। इस हार ने ना केवल दोनों महान खिलाड़ियों के बीच एक और क्लासिक मुकाबले से वंचित किया बल्कि फाइनल से पूर्व एक और फाइनल के रोमांच को भी समाप्त कर दिया। फिलहाल इस हार ने फेडरर की 20वां ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने की संभावना को तो खारिज कर दिया पर अभी भी नडाल के 16वें ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने की संभावनाएं बरकरार है।
देखिए आगे आगे होता है क्या।
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