आज सुबह फ्लशिंग मीडोज के आर्थर ऐश सेंटर कोर्ट की खूबसूरत नीली प्रो डेको सतह पर यूएस ओपन के फाइनल मैच में राफ़ा ने अंतिम सर्विस काफी डीप की और फिर केविन एंडरसन के रिटर्न को नेट पर आकर किशोर सुलभ मुस्कान और चालाकी के साथ बॉल हलके से क्रॉस कोर्ट टैप भर करने के साथ ही एक और ग्रैंड स्लैम ख़िताब अपने नाम कर लिया। ये उनका 16वां खिताब था। इस सोलहवें शब्द की फितरत ही कुछ ऐसी है उसके ख्याल भर से मन उमग उमग जाता है।शायद उस 16वें खिताब के ख्याल भर ने राफा के मन को कैशोर्य उमंग से भर दिया होगा जो मैच के उस आख़िरी शॉट को खेलते समय राफा के चहरे से छलक छलक जाती थी। और इस तरह राफा ने जितना शानदार सत्र का आग़ाज़ किया था उससे कहीं शानदार समापन किया।
दरअसल टेनिस में ये साल केवल और केवल राफेल नडाल और रोजर फेडरर के और उनके खेल इतिहास के सबसे शानदार 'कमबैक' के साल के तौर पर जाना जाएगा। अगर राफा के लिए 2015 और 2016 चोटों और असफलताओं का काल था तो फेड के लिए पिछले कई सत्र भी बिलकुल राफा के इन दो सालों जैसे ही थे। लेकिन इस साल दोनों ही अपनी असफलताओं की कहानी को पीछे छोड़ कर नए जोश और जज़्बे के साथ ऑस्ट्रेलियन ओपन में दाखिल ही नहीं हुए बल्कि फाइनल में पहुंचे। और तब टेनिस इतिहास के सबसे रोमांचक मुक़ाबले में से एक हुआ। बाज़ी फेडरर ने मारी। पर फेडरर कहने के मज़बूर हुए 'काश!ये मैच ड्रा हुआ होता'।ये शायद विधि का उवाच था जिसे साल के अंत में सही सिद्ध होना था। दोनों ने दो दो ग्रैंड स्लैम ख़िताब आपस में बाँट लिए। स्कोर रहा 2-2 ।ऑस्ट्रेलिया फेड ने जीता,फिर फ्रेंच राफा ने,विंबलडन फेड ने जीता तो यूएस राफा ने। हाँ राफा इस मामले में आगे रहे कि उन्होंने तीन फाइनल खेले और फेड ने दो। अगर फेड ने विंबलडन रिकॉर्ड आठवीं बार जीत कर अपने खिताबों से स्विस भूमि के खूबसूरत शुभ्र श्वेत हिमाच्छादित जैसे लगभग अजेय पर्वत की रचना की जिसे देख कर टेनिस प्रेमी आह्लादित और आनंदित होते रहेंगे पर शायद ही कोई खिलाड़ी उसे पर करने की हिम्मत जुटा सके तो राफा ने फ्रेंच ओपन रिकॉर्ड 10वीं बार जीत कर खूबसूरत 'ला डेसिमा' कविता की रचना कीजिसे शायद ही और कोई दूसरा रच पाए।
अगर पुरुषों में ये साल राफा और फेड के नाम रहा तो महिलाओं में ये साल जैज़ संगीत की धुनों से स्पंदित होती एफ्रो अमेरिकन बालाओं के नाम रहा।साल के पहले ही ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियाई में विलियम्स बहनों के पावर गेम के सामने कोई टिक नहीं सका। 37 वर्ष की वीनस और 35 वर्ष की सेरेना के बीच फाइनल में बाज़ी सेरेना के हाथ रही। यदि अगर मगर की गुंजाइश हो तो ये साल सेरेना के डोमिनेशन के लिए जाना जाता क्यूंकि वे जिस तरह की टेनिस खेल रही थी उसमे और किसी के लिए स्पेस बचता ही नहीं था। लेकिन अपनी प्रेगनेंसी के चलते वे टेनिस से अलग रही और एक वैक्यूम बना जिसे चारों और से अलग अलग खिलाड़ियों ने भरा। फ्रेंच जेलेना ओस्टोपेन्को ने जीता,विंबलडन मुगुरुजा ने जीता और यूएस स्लोअने स्टीफंस ने। यूएस ओपन के सेमी फाइनल में वीनस सहित चारों अमेरिकी खिलाड़ियों में तीन एफ्रो अमेरिकन्स थी। निसंदेह 1957 में पहली बार किसी एफ्रो अमेरिकन्स महिला खिलाड़ी एल्थिया गिब्सन द्वारा यूएस ओपन जीतने की 60वीं वर्षगाँठ का एफ्रो अमेरिकी खिलाड़ियों द्वारा इस शानदार ट्रिब्यूट बेहतर और कुछ नहीं हो सकता था।
जो भी हो पुरुषों में राफा और फेड को कोई चुनौती नहीं दे सका। डोमिनिक थिएम,अलेक्सेंडर ज़्वरेव,डोलगोपोव,एंडरसन जैसे युवा खिलाड़ी कोई कड़ी चुनौती पेश नहीं कर सके। युवा जोश अनुभव के सामने घुटने टेकता नज़र आया। वहीं महिलाओं में कही ज़्यादा कड़ी प्रतिस्पर्द्धा दिखाई दी और चार ग्रैंड स्लैम में चार अलग विजेता बनी।
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