ताकि बने रहें ज़िंदगी में रंग
वे ख़्वाहिशें
जो सबसे छोटी होती हैं
होती हैं हमारी पहुँच के अंदर
कि कर सकते हैं
उन्हें सबसे सुगमता से पूर्ण
उनका पूरा होना
होता है सबसे भयावह।
उन छोटी ख़्वाहिशों से
जुडी होती हैं
हमारी सबसे बड़ी ख़्वाहिशें
कि छोटी ख्वाहिशों के पूरा होने पर
अक्सर खिसक जाती है बड़ी ख़्वाहिशों की ज़मीन
कि टूट कर बिखर बिखर जाती हैं किरचें
लहूलुहान हो जाती है आत्मा।।
मेरी अब सबसे बड़ी ख़्वाहिश है
कि सबसे छोटी ख़्वाहिश
कभी ना बन सके हक़ीक़त
ताकि फलती फूलती रहे बड़ी ख़्वाहिशें
बने रहें ज़िंदगी में रंग
बनी रहे तरलता
और बनी रहे गति।।।
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