Sunday, 18 June 2017

वारियर्स


वारियर्स
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पिछले तीन सालों से एनबीए के जून में दो ही मुकाम होते हैं ओरेकल एरीना और क्विकें लॉन्स एरीना के सेंटर कोर्ट।बात 2015 की है जब 18 जून की रात को क्लीवलैंड ऑहियो के 'द क्यू' के नाम से प्रसिद्ध क्विकें लॉन्स एरीना के सेंटर कोर्ट में  गोल्डन स्टेट वारियर्स और क्लीवलैंड कैवेलियर्स के बीच एनबीए के फाइनल्स का छठा गेम समाप्त हुआ तो गोल्डन स्टेट टीम के लिए 40 सालों से संजोया सपना उनका अपना बन चुका था।2016 में एक बार फिर ये दोनों टीमें ही फाइनल्स में आमने सामने थीं। वारियर्स 3-1 आगे थी और लैरी ओ ब्रायन ट्रॉफी बैक टू बैक दूसरी बार वारियर्स के होमटाउन ओकलैंड की शोभा बढ़ाने जा ही रही थी कि लेब्रोन जेम्स की अगुआई में कैवेलियर्स की टीम ने अविश्वसनीय ढंग से वापसी की और वारियर्स को 4-3 से हरा कर लैरी ओ ब्रायन ट्रॉफी छीन ली।आहत वारियर्स ने 2014 के एमवीपी केविन डूरंट को ट्रेड किया।ये एक ऐसा परिवर्तन था जिसने वारियर्स को लगभग अपराजेय बना दिया। उन्होंने रेगुलर सेशन में 67-15 के रेकॉर्ड के साथ पोस्ट सेशन में प्रवेश किया और प्रतिद्वंदियों को लगभग रौंदते 12-0 से वेस्टर्न कांफेरेंस का फाइनल जीता।अब  एक बार फिर और  लगातार तीसरे साल कैवेलियर्स की टीम फाइनल्स में वारियर्स के  सामने थी जिसने आसानी से ईस्टर्न कॉन्फरेंस फाइनल जीता था। पिछले दो मुकाबलों में  लेब्रोन और करी के बीच के द्वन्द का आकर्षण  इस बार लेब्रोन और केविन डूरंट के द्वन्द में तब्दील हो गया था। जिस समय केविन डूरंट ने जुलाई 2016 में वारियर्स टीम ज्वाइन की थी तो उस समय निश्चित ही 2012 का फाइनल्स दिमाग में रहा होगा जब वे ओकलाहामा सिटी थंडर्स के लिए खेल रहे थे और लब्रोन मियामी हीट के लिए और लेब्रोन ने उन्हें अपनी पहली रिंग से वंचित कर दिया था। लेकिन इस बार केविन डूरंट वारियर्स से खेल रहे थे जिसे हरा पाना लगभग असंभव था और अंततः अपनी पहली रिंग पाने में सफल रहे। वारियर्स की तीन सालों में ये दूसरी टाइटल जीत थी। वारियर्स की टीम को बधाई तो बनती है। 





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