लगभग 15 दिन पहले जब एनबीए फाइनल्स गोल्डन स्टेट्स वारियर्स और टोरंटो रप्टर्स के बीच होना तय पाया गया था उस समय बास्केटबॉल के सभी बड़े विशेषज्ञ और जानकार ये अटकललें लगा रहे थे की 'बेस्ट ऑफ सेवन' का फाइनल्स आखिर कितने गेमों में खत्म हो जाएगा।ज़्यादातर विशेषज्ञों का मानना था कि ये फाइनल्स 6 गेमों में समाप्त होगा।और अमेरिका के कैलिफोर्निया के ओरेकल एरीना में बृहस्पतिवार की रात्रि में रप्टर्स टीम वारियर्स को 114 के मुकाबले 110 अंको से हराकर एनबीए 2019 का समापन किया तो विशेषज्ञों के अटकलें सच्चाई में तब्दील हो गईं थीं।बस फ़र्क़ सिर्फ इतना था कि जीतना वारियर्स को था जीत रप्टर्स गई।
दरअसल रप्टर्स लगभग आधी रात को जब 4 के मुकाबले 2 गेमों से वारियर्स को हराकर एनबीए के नए चैंपियन बन रहे थे तो तो वे वहां से हज़ारों मील दूर टोरंटो में खुशियों और उत्साह का सवेरा ला रहे थे। ये पहला अवसर था जब लैरी ओ ब्रायन ट्रॉफी देश से बाहर की यात्रा कर रही है।टोरंटो रप्टर्स एकमात्र विदेशी फ्रेंचाइजी है और इसके 24 साल के इतिहास में पहली बार टीम फाइनल्स में पहुंची और ट्रॉफी अपने नाम की।
12 महीने पहले लियोनार्ड क्वाही के फ्री एजेंट हो जाने के बाद जब रप्टर्स ने सान एंटोनियो स्पर्स से अपने लिए ट्रेड किया तो शायद ही किसी को ये अनुमान हो कि वे एक इतिहास की निर्मिती करने जा रहे हैं। वे उन्हें उनके शानदार खेल के लिए फाइनल्स का एमवीपी (मोस्ट वैलुएबल प्लेयर) घोषित किया गया तो ऐसा करने वाले एनबीए इतिहास के अब्दुल जब्बार क्रीम और लेब्रोन जेम्स के बाद ऐसे तीसरे खिलाड़ी थे जो दो अलग अलग टीमों से फाइनल्स एमवीपी घोषित किया गया।दरअसल उन्होंने अपने खेल की शानदार कलाओं से वारियर्स के किले थॉम्पसन,डुरंट और स्टीफन करी की कलाओं की चमक को इस कदर फीका कर दिया कि खुद तो पूर्णिमा के चाँद से एनबीए के आसमान में छा गए और बाकी खिलाड़ी दूज और तीज की चंद्र कला भर से रह गए। इतना ही नहीं जब क्वाही जब रप्टर्स को जॉइन कर रहे थे उन्होंने शहयड ही सोचा होगा कि वे एक इतिहास को दोहराते हुए एक उम्मीदों के बड़े संहारक के रूप में स्थापित हो जाएंगे। 2012 में वे सान एंटोनियो स्पर्स की और से फाइनल्स मियामी हीट के विरुद्ध खेल रहे थे। मियामी हीट में उस समय लेब्रोन जेम्स और ड्वाने वेड जैसे खिलाड़ी खेल रहे थे। उस समय स्पर्स ने हीट को हराकर लगातार तीसरे साल चैंपियन बनने से रोक दिया था।और आज ठीक उसी तरह का कारनामा दोहरा रहे थे वारियर्स को लगातार तीसरे साल और पिछले पांच ससलों में चौथी बार चैंपियन बनने से रोक दिया।
इसमें कोई शक नही रप्टर्स की ये जीत जितनी क्वाही,सीएकम,लारी और मार्क गसोल के खेल की वजह से है उतनी ही वारियर्स के सबसे उम्दा खिलाड़ी दो बार के एमवीपी केविन डुरंट तथा अन्य खिलाड़ियों की चोट के कारण भी है। पर आदुनिक खेलों में चोट एक अनिवार्य चीज है और जीत तो जीत होती है।एनबीए को एक नया चैंपियन मुबारक।
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