ऐन उस वक्त
जब एक युद्ध हो रहा होता है सीमा पर
कई युद्ध कर रहे होते हैं लोग घरों में
सीमा पे लड़े जा रहे युद्ध से अधिक विध्वंसक
वे लड़ रहे होते हैं अपने अपने भय से।
एक युद्ध कर रहे होते हैं माँ बाप
अपनी लाठी के हाथ से छूट जाने के भय से और
जीवन की साँझ की उम्मीद
दो मज़बूत कंधों के टूट जाने के भय से।
पत्नी लड़ रही होती है
पहाड़ सी ज़िन्दगी से लड़ने वाले साथी का हाथ छूट जाने के भय से
बहन लड़ रही होती है एक कलाई के खो जाने के भय से
एक बेटी लड़ रही होती है
अपने सबसे बड़े हीरो की उंगली छूट जाने के भय से
और वे सब एक साथ लड़ रहे होते हैं
पेट की आग बुझाने के लिए होने वाली चिंता के भय से
सुनो
अब जब भी बात करो तुम युद्ध की
एक बार उन युद्धों की सोचना
जो किए जा रहे हैं अपने अपने सपनों के मरने के भय से
और फिर कवि की उक्ति याद करना कि
'सबसे खतरनाक होता है सपनों का मर जाना'
उसके बाद भी हिम्मत बचे
तो बात करना युद्ध की।
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क्या युद्ध इतने ज़रूरी होते हैं ?
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