बाबा की तरेरती आँखों से बचने का कवच तेरा आँचल
घर में आये जाने अनजाने चेहरों से मूँह छिपाने का ठिकाना तेरा आँचल
जेठ की तपती दुपहरी में हवा करता बसंती बयार सा तेरा आँचल
दुःख की धूप में सुख की सी छाया देता तेरा आँचल
दुनिया की सारी बुरी नज़रों से बचाता वज्र सा कठोर तेरा आँचल
पर मखमल सा नरम नरम सा मुलायम सा तेरा आँचल
और शरारतन खाने के बाद हाथ पोछने का गुदगुदाता खिलखिलाता सा
तेरा आँचल
तेरा आँचल
माँ तुझे सलाम
कसम तेरी माँ , ऐसा कुछ भी नहीं जैसा तेरा आँचल !
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