Tuesday, 7 April 2015

बेटी का होना _एक





जैसे सूरज के होने से 
दिन का होना 
रात होने से 
होना चाँद सितारों का 

जैसे आकाश के होने से 
विस्तार का होना 
सागर होने से 
होना गहराई का 

जैसे बसंत के होने से 
कूकना कोयल का 
सावन होने से 
झूलों का पड़ना 

जैसे साँसों के चलने से 
जीवन का होना 
तेरे होने से 
होना मेरा। 







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